गुरुवार, 27 जुलाई 2023

डॉ. अब्दुल कलाम

 

डॉ. अब्दुल कलाम भारतीय वैज्ञानिक, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने अपने योगदान के कारण विशेष रूप से भारतीय राष्ट्रीय रक्षा और अंतरिक्ष प्रोग्रामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके जीवन और कार्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं -


अब्दुल कलाम का जन्म: डॉ. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम नामक स्थान पर हुआ था।

परमाणु शक्ति और मिसाइल प्रोग्राम: उन्हें भारतीय अंतरिक्ष और परमाणु शक्ति परियोजनाओं में अपना योगदान देने के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में कई अहम भूमिकाएं निभाई और भारतीय मिसाइल प्रोग्राम को प्रोत्साहित किया।

नाग मिसाइल: उनका एक महत्वपूर्ण योगदान नाग मिसाइल प्रोजेक्ट में था, जो भारत का प्रथम भूमिगत तथा खुदरा स्वदेशी मिसाइल था।

प्रथम भारतीय स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस परेड: उन्हें 1992 में भारतीय स्वतंत्रता दिवस परेड की मुख्य टीम बनाया गया था, जो न्यू डेल्ही में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदर्शित होती थी।

प्रमुख राजनीतिज्ञ: अब्दुल कलाम राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार के रूप में कार्य करने के साथ-साथ भारत के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय परिषद सदस्य भी थे।

राष्ट्रपति पद: अब्दुल कलाम को 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने राष्ट्रपति पद को अपने भारतीय युवा और विज्ञान के प्रति उत्साह के लिए जाना जाता है।

प्रेरणा और व्यक्तित्व: डॉ. अब्दुल कलाम एक प्रेरणास्रोत थे, जिनके व्यक्तित्व और विचारधारा ने लाखों लोगों को प्रभावित किया। उनके विचारों में विज्ञान, शिक्षा, राष्ट्रीय विकास और युवा शक्ति को प्रोत्साहित करने की भावना थी।

पुस्तकें: अब्दुल कलाम ने विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें लिखीं थीं, जो उनके विचारों और जीवन के संदेशों को साझा करती थीं।

यह बातें सिर्फ एक संक्षेपिक अवलोकन हैं और डॉ. अब्दुल कलाम के जीवन के अनेक पहलुओं को पूरी तरह से कवर नहीं किया जा सकता है। उनके जीवन में निष्ठा, योगदान, शिक्षा, विज्ञान, राष्ट्रीय सेवा, और युवा से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।

रविवार, 16 जुलाई 2023

जन्मदिन एक उत्सव

 

जन्मदिन का उत्सव क्या ज़रूरी है और क्यों ?

 

जन्मदिन का उत्सव एक व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण समारोह है। यह दिन उनके जन्म की खुशी और उपलक्ष्यता के लिए मनाया जाता है। जन्मदिन का उत्सव न केवल आनंद और मनोरंजन का एक अवसर है, बल्कि इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण भी हैं:



स्मरणीय मोमेंट: जन्मदिन एक व्यक्ति के जीवन में एक स्मरणीय मोमेंट होता है। यह दिन व्यक्ति के जीवन की एक विशेष घटना को याद करने का एक मौका प्रदान करता है और उन्हें उस समय के बारे में सोचने और अनुभव करने का अवसर देता है।

 सबसे प्यारे लोगों के साथ समय बिताना: जन्मदिन के दिन, व्यक्ति को अपने परिवार, मित्र और प्रियजनों के साथ समय बिताने का अवसर मिलता है। इस दिन वे अपने प्यार को व्यक्त कर सकते हैं, आपसी रिश्तों को मजबूत कर सकते हैं और अपने प्रियजनों के साथ यात्राएं और अनुभवों का आनंद उठा सकते हैं।

 आत्मानुभव और स्वास्थ्य: जन्मदिन के दिन व्यक्ति को अपने आप के बारे में सोचने और अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार करने का मौका मिलता है। वे अपने स्वास्थ्य, खुशी, सामाजिक संबंध और अच्छे जीवन के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और उन्हें अपनी प्राथमिकताओं पर विचार करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

 मनोरंजन और आनंद: जन्मदिन उत्सव एक मनोरंजक और आनंददायक समारोह होता है। व्यक्ति को उत्साह, खुशी और मनोरंजन का एक अवसर मिलता है। इस दिन वे अपने पसंदीदा गतिविधियों, खाने-पीने के मजेदार स्वाद का आनंद ले सकते हैं और अपने दिल की ख्वाहिशों को पूरा करने का मौका प्राप्त करते हैं।

 इन सभी कारणों से, जन्मदिन का उत्सव एक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण होता है। यह एक धार्मिक उत्सव नहीं होने के बावजूद, व्यक्ति की खुशी, उपलक्ष्यता और व्यक्तिगत महत्व के प्रतीक के रूप में मान्यता प्राप्त करता है।

शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

बारिश में मन

 बारिश में मन क्यों खुश हो जाता है ...?



बारिश की खुशबू, थपथपाहट, और गीले मौसम का आनंद हमारे मन को खुशी देते हैं। जब बारिश की बूंदें धरती पर गिरती हैं, तो वे हमारी जीवन की बोरियत को धोने का कार्य करती हैं और एक नया जीवन का आगाज करती हैं। यह एक ऐसी प्राकृतिक घटना है जो हमारे अंदर जीने की खुशी और ताजगी को जगाती है।

बारिश की गर्मी को ठंडी और सुहानी महक देती है। बारिश के दौरान हरियाली का रंग और ताजगी अपनी चरम सुंदरता में बहुत नजर आती है। बारिश के बूंदों से भरे पेड़-पौधे और गेहरा हरा घास मन को शांति और स्थिरता की अनुभूति कराते हैं।

बारिश के मौसम में छतरी के नीचे खड़े होकर चलती हवा की लहरों का स्पर्श मन को ताजगी देता है। गर्मी की जलती हुई धूप के बाद बारिश का मौसम हमें आनंद और आराम देता है। बारिश की बूंदों के टपटपाने की आवाज़ और गीले मौसम का मज़ा लेने से हमारा मन छाती फूल उठता है।

बारिश में मन को खुशी होती है क्योंकि यह हमें प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका देता है। छतरी के नीचे खड़े होकर बारिश का आनंद लेना, मटकी भर बारिश में नहाना, या उछल-कूद कर पानी के गीले बूंदों को पकड़ना - ये सभी चीजें हमारे बचपन की यादें ताजगी और खुशी के साथ जुड़ी होती हैं।

बारिश के मौसम में घरों में बनी गरम मसालेदार चाय या पकोड़े खाने का मज़ा और आनंद होता है। गरम चाय और पकोड़े आदर्श मौसमी नाश्ते होते हैं जो हमें और अधिक खुशी देते हैं। बारिश में मन को खुश करने वाला माहौल बनाने के लिए अक्सर हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ यह मज़ेदार खाने का स्वाद लेते हैं।

बारिश में मन को खुश करने का एक और कारण है कि यह हमें छुट्टी का अनुभव देता है। बारिश की बूंदों में नहाकर और बारिश के नीचे नचते हुए हम अपने दिनचर्या से दूर हो जाते हैं। हम बारिश के मौसम में अपने प्रियजनों या दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं, पानी में नहा सकते हैं, बारिशी कागज़ पर लिख सकते हैं, या बस खुशी और आनंद के मौसम का आनंद ले सकते हैं।

बारिश के मौसम में मन को खुश करने वाला एक और कारण है कि यह हमारे मन को शांति और सुकून प्रदान करता है। बारिश की बूंदों का टपटपाना, वायुमंडल की सुहानी खुशबू, और गीले मौसम की समर्पण करने वाली भूमि - ये सभी मिलकर हमें आनंदित और शांत महसूस कराते हैं। इसके फलस्वरूप, हम तनावमुक्त होते हैं और अपने चिंताओं और स्ट्रेस से दूर भागते हैं।

बारिश में मन को खुश करने का कारण यह भी है कि यह हमें मजबूती और आत्मविश्वास देता है। जब हम बारिश के मौसम में गरजते हुए बादल देखते हैं, तो हमें इसकी शक्ति और अद्भुतता का अनुभव होता है। इससे हमें यह बोध होता है कि हम भी अपने अंदर की शक्ति को जागृत कर सकते हैं और किसी भी संघर्ष का सामना करने की क्षमता रखते हैं।

इस प्रकार, बारिश में मन क्यों खुश हो जाता है। बारिश का मौसम हमें प्राकृतिक सौंदर्य, खुशी, आराम, मनोरंजन, और आनंद का एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। हमें बारिश के मौसम का आनंद लेने और अपने अंदर की खुशी को जगाने का अवसर मिलता है। इसलिए, बारिश के मौसम में हमारा मन हमेशा खुश हो जाता है।

बुधवार, 5 जुलाई 2023

रंगीन इंद्रधनुष

 

रंगीन इंद्रधनुष: प्रकृति का अद्भुत खेल

प्रस्तावना:

जब बादल छाए, बूंदों की सनक गुलाबी, पीले, हरे, नीले और लाल रंग के साथ अपनी भव्य विरासत को प्रदर्शित करता है, तो एक दिलचस्प प्राकृतिक ख़िलवाड़ शुरू हो जाता है - इंद्रधनुष। रंगीन इंद्रधनुष की खूबसूरती को वर्णन करने के लिए शब्दों की कमी होती है। यह प्रकृति का विश्वास करने वालों के लिए एक रहस्यमय और मग्न विषय बना हुआ है।


प्रकृति का विज्ञान:

इंद्रधनुष, प्रकृति के एक रंगीन चमत्कार का परिणाम है, जो धरती के ऊपरी वायुमंडल में उत्पन्न होता है। सूर्य के प्रकाश को बारिश के बूंदों में टकराने से इंद्रधनुष का निर्माण होता है। इसके पीछे की विज्ञानिक प्रक्रिया को "प्रकाश का विकिरण" कहा जाता है, जिसमें विभिन्न रंगों का विभाजन होता है, जिससे इंद्रधनुष के सात विभिन्न रंग प्रकट होते हैं - वॉयलेट, इंडिगो, नीला, हरा, पीला, नारंगी, और लाल।

रंगीन दिखावट:

इंद्रधनुष की खूबसूरती सम्पूर्ण विश्व को आकर्षित करती है। जब हम इंद्रधनुष को देखते हैं, तो हम एक विलक्षण और आनंदमय अनुभव करते हैं। इसे देखकर हमें रंगों की एक अनूठी प्रदर्शनी मिलती है, जो हमारी आंतरिक भावनाओं को प्रभावित करती है। इंद्रधनुष आकर्षक नहीं ही दिखता है, बल्कि हमें आश्चर्यजनक भी करता है।

महत्व:

इंद्रधनुष में न तो सिर्फ रंगों का सौंदर्य होता है, बल्कि इसका महत्व भी है। इंद्रधनुष एक साथी के रूप में कार्य करता है, जो वायुमंडलीय कणों को चारों ओर फैलाता है, और ऐसा करते हुए वह वातावरण में सुंदरता और धार्मिकता लाता है। इसके अलावा, इंद्रधनुष विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में आपसी मेल-जोल की प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है और यह एकता और सामरस्य का प्रतीक है।

 

प्रेरणा:

इंद्रधनुष एक ऐसा चमत्कारिक और सर्वांगीण खेल है जो हमें यह सिखाता है कि विभिन्न रंगों की एकता में सुंदरता होती है। हमारी समाज में भी हमें इसे अपनाना चाहिए और विभिन्न जाति, धर्म, और भाषाओं के बीच सामंजस्य और समझौता बढ़ाना चाहिए। इंद्रधनुष एक संकेत है कि हम अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारी एकता और विविधता हमें समृद्धि और समानता की ओर ले जाती है।

संक्षेप में:

इंद्रधनुष प्रकृति का एक अद्वितीय खेल है जो हमें उन्नति और बनवास का प्रतीक देता है। इसके साथ हमें रंगों की विविधता, एकता, और समृद्धि की महत्वपूर्ण शिक्षा भी मिलती है। इंद्रधनुष हमें यह सिखाता है कि हमें प्रकृति के साथ मेल जोल और सामरस्य बनाए रखना चाहिए, जिससे हम समृद्ध, सुखी और स्थायी जीवन जी सकें। यह हमारी संगठनात्मकता और सामाजिक एकता की एक प्रतीक भी है, जो हमें अपनी समुदाय के सदस्यों के साथ मेलजोल और सहयोग बनाए रखना सिखाता है।

निष्कर्ष:

इंद्रधनुष एक प्रकृति का विलक्षण और मग्न रंगीन खेल है, जो हमें रंगों की एकता, विविधता, और समृद्धि के महत्व को समझाता है। इसे देखने से हमारी मनोदशा उजागर होती है और हमारी भावनाएं प्रभावित होती हैं। इंद्रधनुष हमें समझाता है कि हमारी एकता में ही सुंदरता है और हमें विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के बीच सामरस्य और समझौता बढ़ाना चाहिए। इंद्रधनुष हमें अपने जीवन में आनंद, समृद्धि, और स्थिरता लाने का संकेत भी देता है।

मंगलवार, 4 जुलाई 2023

स्वामी विवेकानंद

 

स्वामी विवेकानंद :  जीवन और योगदान

स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय संत और दार्शनिक थे, जिन्होंने अपने जीवन के माध्यम से लाखों लोगों को प्रेरित किया और उन्हें अपने जीवन को एक उदाहरणमय रूप में जीने की प्रेरणा दी। उनके जीवन का सफर बहुत रोचक और प्रेरक है, जिसने उन्हें समस्त विश्व में एक विशिष्ट स्थान दिलाया।


स्वामी विवेकानंद का जन्म
12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनका असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। वे बाल्यकाल से ही बहुत बुद्धिमान और धार्मिक विचारधारा रखने वाले थे। उन्होंने महर्षि विद्यासागर के गुरुकुल में अध्ययन किया और बाद में कलकत्ता विश्वविद्यालय में पढ़ाई की।

उनकी जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना 1888 में आई, जब उन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस से मिलने का निर्णय किया। स्वामी रामकृष्ण के संबंध में उन्हें गहरी आध्यात्मिक अनुभूति हुई और उन्हें ज्ञान और भक्ति के मार्ग में मार्गदर्शन मिला। स्वामी विवेकानंद के जीवन में यह घटना एक प्रतिबद्धता के रूप में खड़ी हुई और उन्होंने अपना जीवन ईश्वर की सेवा में समर्पित कर दिया।

स्वामी विवेकानंद ने पश्चिमी देशों में धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश फैलाने के लिए बहुत प्रयास किये। उन्होंने 1893 में शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में भारतीय धार्मिकता को प्रतिष्ठित किया और 'हिंदू धर्म' का प्रतिनिधित्व किया। उनका वक्तव्य "सिस्टर्स और ब्रदर्स" नामक प्रसिद्ध भाषण ने सभी के मनों को छू लिया और उन्हें आध्यात्मिकता और धार्मिक समरसता के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

स्वामी विवेकानंद की महत्वपूर्ण विचारधारा में भारतीय संस्कृति, धार्मिकता, ज्ञान और सेवा के महत्व को सम्मिलित किया गया। उन्होंने कहा, "उठो, जागो और अपने देश के लिए जीने का इरादा करो।" उन्होंने युवाओं को समर्पित और सक्रिय नागरिकता की प्रेरणा दी। उनके द्वारा स्थापित किए गए रामकृष्ण मिशन औरविवेकानंद मठ आध्यात्मिकता, सेवा और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

स्वामी विवेकानंद 4 जुलाई 1902 को बेलूर मठ, कोलकाता में निधन हुए, लेकिन उनकी आत्मा और उनके विचार आज भी हमारे बीच हैं। उनका जीवन और योगदान हमें धार्मिकता, ज्ञान और सेवा के महत्व को समझने का और एक सफल और उदार जीवन जीने का प्रेरणा देता है। स्वामी विवेकानंद ने हमें यह याद दिलाया है कि हम सभी में अमूल्य आध्यात्मिकता बसी हुई है और हमें उसे पहचानना चाहिए और उसे विकसित करने का प्रयास करना चाहिए।