शुक्रवार, 8 जनवरी 2021


 

अच्छा एहसास

 अच्छा लग रहा है, कुछ दिनों से सोशल मीडिया से और लोगों की जुबान से भी ये सुन पा रही हूँ की गीत,कविता,गजल लिखिना भी एक प्रोफेशन है | आज की पीढ़ी और हम जैसे लोगों के लिए ये बड़े गर्व की बात है | कहाँ किसी ज़माने मे कोई अपने घर मे ये कह सकता था की मै गीतकार या लेखक बनना चाहता हूँ, तब तो माँ पिता से थप्पड़ पड़ जाना था |

     पर आज वो दौर है जहाँ हम गर्व से फ़क्र से ये कह सकते है और अपने पेशे के तौर पर यह चुन सकते है |

यहां यह कहने की जरूरत इसलिए पड़ी कि शौक के तौर पर तो सदियों से लोग यहाँ आए हैं इस पेशे को इस काम को लेखन को अपनी फीलिंग उसको अपने दिल की बातों को दफ़नाते भी आए हैं कईयों का तो कभी पता ही नहीं चला कि वह लेखनी में भी है | कोई लेखक है कोई कविता कार है इसको कभी घर में मान्यता नहीं मिली ज्यादातर लोगों का इतिहास कहता है कि ये हमारें घरों को मान्य ही नहीं थी जो निकल गए आगे इस क्षेत्र में उन्होंने अपने दिल की सुनी और चल दिए और पा लिया उस पीर को, पर आज मुझे अच्छा लग रहा है कि इसमें अब घरों में भी छुपाने वाली कोई बात नहीं है इतना सक्सेस पास चुके हैं लोग क्षेत्र में इतना पैसा है नाम है शोहरत है और अपने दिल के करीब है तो यह गरवान्वित करने वाली बात ही है |

धन्यवाद दोस्तों  


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