गुरुवार, 20 मई 2021


सुना है डरना मना है

ये उड़ता-उड़ता मुझको भी

पता चला है |

कल भोर बेला में
येसा लगा, बहुत पास से
आसमान में एक हवाई जहाज निकला
ना, मै डरी नहीं, कोई नई बात थोड़े ही है
आसमान मे ये आवाज़े
बस मन जैसे आशंकित हुआ
आधी नींद मे ही ऐसा लगा
की ये आखिरी समय तो नहीं आया !
कही ये आसमान से बमों की
बारिस तो नहीं करेगा .. !
हाँ- हाँ, पता है
डरना मना है
उठने पर मै खुद पर ही हँसी
और सोचा, मै डरी क्यों !
ये हम सब की सोच में
कैसा ज़हर है
संभलों और संभालो अपनों को भी
क्योंकि, ना चाहते हुए भी
सामने खौफ़ का भयावह मंज़र है ..|
पर सुना है
डरना मना है |
- पुष्पा -

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